नवाचार के माध्यम से कक्षा 10वीं एवं 12वीं के जिले के अंतिम छोर तक के बच्चों को मदद करने के लिए की गई यह पहल - कलेक्टर
- कक्षा 10वीं के 14 हजार तथा कक्षा 12वीं के 7 हजार बच्चे नि:शुल्क कोचिंग क्लास का ले सकेंगे लाभ
- मानपुर, औंधी एवं छुईखदान जैसे दूरस्थ क्षेत्र के बच्चे इस कोचिंग से जुड़कर होंगे लाभान्वित
- बच्चों की पढ़ाई के लिए दिल से कार्य करने का प्रयास रहेगा
- मार्गदर्शन देने के लिए रास्ता बनाया गया है ताकि बच्चे मंजिल तक पहुंच सके
- कलेक्टर ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारी हेतु जिला स्तरीय ऑनलाईन नि:शुल्क कोचिंग क्लासेस का किया शुभारंभ
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कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज सर्वेश्वर दास नगर पालिक निगम उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारी हेतु जिला स्तरीय ऑनलाईन नि:शुल्क कोचिंग क्लासेस का शुभारंभ किया। कलेक्टर श्री सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नवाचार के माध्यम से कक्षा 10वीं एवं 12वीं के जिले के अंतिम छोर के बच्चों को मदद करने के प्रयास के लिए यह पहल की गई है। इस ऑनलाईन नि:शुल्क कोचिंग के माध्यम से 205 स्कूलों के बच्चे जुड़ेंगे। जिनमें कक्षा 10वीं के 14 हजार तथा कक्षा 12वीं के 7 हजार बच्चे नि:शुल्क कोचिंग क्लास का लाभ ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि शुरूआती दौर में थोड़ी दिक्कत हो सकती है लेकिन इसके परिणाम अच्छे होंगे। विषय विशेषज्ञों से इस पर लगातार चर्चा होते रहेगी। उन्होंने कहा कि इस नेक कार्य के लिए ऐसे शिक्षक जुड़े जो दिल से स्वेच्छा से बच्चों के हित के लिए पढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि सफल होने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। 10वीं एवं 12वीं के बच्चों को स्मार्ट क्लास से जोड़ा गया है। मानपुर, औंधी एवं छुईखदान जैसे दूरस्थ क्षेत्र के बच्चे इस कोचिंग से जुड़कर खूब लाभ लें।
कलेक्टर श्री सिंह ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि राजनांदगांव शहर में ही उन्होंने लोक सेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने के लिए तैयारी की थी और यहां ग्रंथालय में लगातार बैठकर अध्ययन करते थे। उन्होंने कहा कि इस शहर से यादें जुड़ी हुई हैं। इस लिए बच्चों की पढ़ाई के लिए दिल से कार्य करने का प्रयास रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नि:शुल्क कोचिंग में ही पीएससी, व्यापम, रेल्वे, बैंक जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी जानकारी देते रहें। उन्होंने कहा कि बच्चों को मार्गदर्शन देने के लिए उपाय किया गया है और रास्ता बनाया गया है ताकि वे मंजिल तक पहुंच सके। कलेक्टर ने इस दौरान डोंगरगढ़, खैरागढ़ एवं अन्य विकासखंड से इस कोचिंग के लिए जुड़े बच्चों से बात की।
एसडीएम श्री अरूण वर्मा ने कहा कि शिक्षा के उन्नयन के लिए कलेक्टर के मार्गदर्शन में यह पहल की गई है। शिक्षकों से यह आग्रह है कि बच्चों को जिम्मेदारी से पढ़ाते हुए इस कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान करें। जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरएल ठाकुर ने कहा कि कलेक्टर श्री सिंह ने कार्यभार ग्रहण करते ही बच्चों की शिक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि विगत दो वर्षों में कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई है। इसकी भरपाई करने के लिए अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। प्रोजेक्टर, लेपटॉप, इंटरनेट कनेक्टीविटी एवं शिक्षकों की उपस्थिति के साथ कोचिंग प्रारंभ हो रहा है। जिससे लगभग 21 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे। कठिन विषयों में बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध होगी जो उनके लिए कारगर एवं लाभप्रद साबित होगी। जुलाई से ही पढ़ाई प्रारंभ की जा रही है। नई सोच एवं नई पहल के साथ आज से इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। शिक्षकों का सहयोग इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। डिप्टी कलेक्टर श्री अमित श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चों को नि:शुल्क तौर पर पढ़ाने के लिए की गई यह पहल उपयोगी साबित होगी। अभी से पढ़ाई के लिए आधार बनाते हुए सभी बच्चों को अच्छे से पढ़ाई करने के लिए कहा। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती इंदिरा देवहारी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्री खेमलाल वर्मा, प्राचार्य श्रीमती आशा मेनन सहित शिक्षक एवं बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री दीपक ठाकुर ने किया। इस अवसर पर सभी एसडीएम, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, एबीईओ, बीआरसी, विकासखंड के स्वामी आत्मानंद विद्यालय के बच्चे तथा सभी प्राचार्य अपनी संस्था के अध्यापन कक्ष, स्मार्ट क्लास के माध्यम से जुड़े।
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