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बाल कैबिनेट 2025


स्कूलों में बाल कैबिनेट एक रचनात्मक और शिक्षाप्रद व्यवस्था है, जिसका उद्देश्य बच्चों में लोकतांत्रिक मूल्यों, नेतृत्व क्षमता और उत्तरदायित्व की भावना विकसित करना है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति और समग्र शिक्षा अभियान जैसे कार्यक्रमों से भी जुड़ा है।

🏫 बाल कैबिनेट क्या है?

बाल कैबिनेट स्कूल के बच्चों द्वारा चुनी गई एक छात्र-नेतृत्व वाली टीम होती है, जिसमें प्रधानमंत्री, विभिन्न मंत्री (जैसे – स्वास्थ्य, स्वच्छता, भोजन, पर्यावरण, खेल, शिक्षा आदि) होते हैं। यह टीम स्कूल की गतिविधियों में भागीदारी करती है और स्कूल के सुचारु संचालन में सहायता करती है।




🎯 बाल कैबिनेट के गठन का उद्देश्य:

1. बच्चों को लोकतंत्र का व्यवहारिक अनुभव कराना।


2. उनमें नेतृत्व, सहयोग और जिम्मेदारी की भावना विकसित करना।


3. स्कूल की विभिन्न समस्याओं को छात्रों की दृष्टि से समझना और सुधारना।


4. बच्चों को सार्वजनिक संवाद और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भागीदार बनाना।


5. राष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे निपुण भारत, स्वच्छ भारत अभियान में सक्रिय भागीदारी।




🗳️ बाल कैबिनेट का गठन कैसे होता है?

1. छात्रों से नामांकन लिया जाता है।


2. उम्मीदवार अपना चुनावी प्रचार करते हैं।


3. स्कूल में मतदान (Voting) की प्रक्रिया होती है।


4. गणना के बाद विजेता छात्र प्रधानमंत्री और अन्य पदों पर नियुक्त किए जाते हैं।


5. शपथ ग्रहण और कार्य विभाजन होता है।


👥 बाल कैबिनेट में कौन-कौन से पद होते हैं?

🔹 प्रधानमंत्री पूरी कैबिनेट का नेतृत्व करता है
🔹 स्वास्थ्य मंत्री बच्चों की स्वच्छता, स्वास्थ्य और हाथ धोने की निगरानी करता है
🔹 पर्यावरण मंत्री पौधरोपण, साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन की निगरानी
🔹 शिक्षा मंत्री नियमित उपस्थिति, पढ़ाई में सहयोग
🔹 खेल मंत्री खेल सामग्री और गतिविधियों की देखरेख
🔹 संस्कृति मंत्री सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
इसी प्रकार अन्य मंत्री अपनी-अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करते है।


🌟 बाल कैबिनेट का महत्व:

1. बच्चों में नेतृत्व और आत्मविश्वास बढ़ता है।


2. वे समस्या-समाधान करना सीखते हैं।


3. सहभागिता और टीमवर्क की भावना जागती है।


4. विद्यालय में अनुशासन और व्यवस्था में सुधार होता है।


5. शिक्षक और विद्यार्थी के बीच सकारात्मक संवाद स्थापित होता है।


6. छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया का व्यावहारिक ज्ञान मिलता है।




📚 शिक्षकों की भूमिका:

मार्गदर्शन देना

चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाना

बच्चों को ज़िम्मेदारी निभाना सिखाना

हर गतिविधि की निगरानी और सहयोग देना



शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला अचानकपुर में बाल कैबिनेट का गठन

शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला अचानकपुर में बाल कैबिनेट का गठन लोकतांत्रिक प्रक्रिया द्वारा चुनाव के माध्यम से किया गया। इस चुनाव में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने मताधिकार का प्रयोग कर प्रधानमंत्री सहित विभिन्न मंत्रालयों के लिए प्रतिनिधियों का चयन किया।

चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही जिसमें नामांकन, प्रचार और मतदान जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं। बच्चों को लोकतंत्र, नेतृत्व और उत्तरदायित्व का महत्व समझाने हेतु यह आयोजन प्रेरणादायक रहा। शिक्षकों ने मतदान प्रक्रिया का संचालन किया और विद्यार्थियों को सही मतदान पद्धति की जानकारी दी।

प्रधानमंत्री मिडिल स्कूल की केसरी यादव को चुना गया। उपप्रधान मंत्री प्राथमिक शाला से फिरोज को बनाया गया। मिडिल स्कूल से संस्कृति मंत्री मोनिका वर्मा, शिक्षा मंत्री कुमारी सानिया साहू, पर्यावरण मंत्री देव साहू, खेल मंत्री देव साहू और प्राथमिक स्कूल से शिक्षा मंत्री हर्षिता, स्वच्छता मंत्री निधि, संस्कृति मंत्री तान्या और अनुशासन प्रमुख की जिम्मेदारी देवीमा को दी गई।
कक्षा पहली में संस्कार, कक्षा दूसरी में संध्या, कक्षा तीसरी में दिव्यानी, कक्षा चौथी में मोनेश्वरी, कक्षा पांचवीं में किशन को कक्षा नायक बनाया गया। वही कक्षा छठवीं में पंकज यादव, कक्षा सातवीं में रोमा और कक्षा आठवीं में ओमकुमार कक्षा नायक बनी।

प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों ने नवगठित बाल कैबिनेट को बधाई दी और उनसे जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करने की अपेक्षा जताई।






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