"सुघ्घर पढ़वईया" योजना किसी भी विद्यालय के लिए पूर्णतः स्वेच्छिक और स्वप्रेरणा पर आधारित है। यह योजना उनके लिए है जो अपने विद्यार्थियों को ऊँची उड़ान के लिए पंख देना चाहते हैं। इसमें विद्यालय की स्पर्धा किसी अन्य विद्यालय से ना होकर स्वयं से है। अपने विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय बनाने की चुनौती स्वीकार करना ही उत्कृष्टता का आरम्भ है इसलिए यदि विद्यालय चाहे तो उनके इस प्रयास में विभाग द्वारा शिक्षकों की क्षमता विकास के लिए आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराये जा सकते हैं। उत्कृष्ट विद्यालय की चुनौती पर खरा उतरने वाले विद्यालयों को उत्कृष्टता का प्लैटिनम/ गोल्ड/ सिल्वर प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।
कार्यक्रम का विवरण
“सुघ्घर पढ़वईया" योजना में प्रत्येक विद्यालय से यह अपेक्षा है कि सभी विद्यार्थियों में बुनियादी दक्षताएं प्राप्त की जाए । इस योजना में कोई भी विद्यालय स्वेच्छा से शामिल हो सकता है । उसे शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए “सुघ्घर पढ़वईया” वेब पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होगा। कक्षा 1 एवं 2 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी की दक्षताओं की जांच की जाएगी, किन्तु अंग्रेजी विषय में दक्षताओं की जाँच वैकल्पिक होगी । कक्षा 3 से 5 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी एवं पर्यावरण की दक्षताओं की जांच की जाएगी, किन्तु अंग्रेजी एवं पर्यावरण विषय में दक्षताओं की जाँच वैकल्पिक होगी । कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की दक्षताओं की जांच की जाएगी, किन्तु अंग्रेजी, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषय में दक्षताओं की जाँच वैकल्पिक होगी । पोर्टल में कक्षावार-विषयवार जांच की जाने वाली निर्धारित दक्षताएं तथा उनके आकलन के उपकरण अपलोड किए गए हैं । उल्लेखित दक्षताओं को प्राप्त करने के उद्देश्य से ऑडियो-विडियो, पीडीएफ, इत्यादि स्व अध्ययन सामग्री भी अपलोड की जा रही है । इस योजना में स्वेच्छा से भाग ले रहें विद्यालय पोर्टल में दिए गए आकलन के उपकरणों के माध्यम से स्व आकलन करेंगे तथा विद्यार्थियों के प्रदर्शन से संतुष्ट होने पर वेब-पोर्टल पर थर्ड-पार्टी आकलन के लिये आवेदन कर सकेंगे। संचालक लोक शिक्षण द्वारा नियुक्त दल को संबन्धित विद्यालय में आकलन हेतु भेजा जाएगा। विद्यार्थियों की कुल दर्ज संख्या का 98% उपस्थिति होने पर ही दल द्वारा आकलन किया जाएगा । कक्षावार विषयवार आकलन के अनिवार्य विषयों की निर्धारित प्रत्येक दक्षता में 95% प्रतिशत या अधिक विद्यार्थियों द्वारा सफलतापूर्वक प्रदर्शन किये जाने पर विद्यालय को सुघ्घर पढ़वइया प्लेटिनम प्रमाण पत्र तथा 85%से अधिक किन्तु 90% से कम अंक मिलने पर सुघ्घर पढ़वइया गोल्ड और 80%से अधिक किन्तु 85% से कम अंक मिलने पर सुघ्घर पढ़वइया सिल्वर का प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा ।
विद्यालय द्वारा योजना में शामिल होने की प्रक्रिया
- विद्यालय इस योजना का गहनता से अध्ययन करेंगे ।
- इस योजना से सम्बंधित राज्य से आयोजित किए जाने वाले वेबिनार में भाग लेंगे ।
- विद्यालय स्तर अनुरूप (प्राथमिक/उच्च प्राथमिक) प्रत्येक कक्षा के लिए विषयवार अपेक्षित बुनियादी दक्षताओं तथा नमूने के तौर पर दिए गए उपकरण का अध्ययन करेंगे ।
- विद्यालय प्रमुख अपने शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श कर इस चुनौती को स्वीकार करने की आपसी सहमति बनाएँगे ।
- सहमति उपरांत पोर्टल पर अपने विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में प्रमाणीकरण हेतु आवेदन करेंगे ।
- यदि विद्यालय को लगता है कि इस लक्ष्य की प्राप्ति में उन्हें किसी तरह के अकादमिक मार्गदर्शन अथवा सहायता की आवश्यकता है तो वह इसे पोर्टल पर अंकित करेंगे ।
- विद्यालय को जब लगे कि उसके विद्यार्थी कक्षावार, विषयवार निर्धारित बुनियादी दक्षताओं को सफलतापूर्ण प्रदर्शित करते हैं तो वह विद्यालय स्वयं का आकलन करेगा ।
- योजना में शामिल विद्यालय जब स्व-आकलन से संतुष्ट हो जायें कि उनके सभी विद्यार्थियों में कक्षा अनुरूप अकादमिक कौशल विकसित हो गये हैं, तो वे वेब-पोर्टल पर थर्ड-पार्टी आकलन के लिये आवेदन कर सकेंगे।
- कक्षा 1 एवं 2 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी की दक्षताओं की जांच की जाएगी।
- कक्षा 3 से 5 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी , पर्यावरण की दक्षताओं की जांच की जाएगी।
- कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की दक्षताओं की जांच की जाएगी।
- इन दक्षताओं को सभी विद्यार्थी प्राप्त करें इस दृष्टि से विषय शिक्षकों की मदद एवं स्वअध्ययन के लिए सामग्री पोर्टल पर अपलोड की जा रही है।
- विद्यालय यदि चाहे तो अपनी आवश्यकता अनुसार किसी भी विषय की दक्षता पर ऑनलाइन, ऑफलाइन (फेस टू फेस) अथवा ब्लेंडेड मोड में ट्रेनिंग प्राप्त कर सकता है।
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